सावन के महीने में भूलकर भी न करें 8 काम, पछताएंगे आप

1. भोजन : श्रावण में पत्तेदार सब्जियां यथा पालक, साग इत्यादि। तेल या मासालेदार भोजन, लहसुन और प्याज, मच्‍छी और मांसाहर, मूली, बैंगन, गुड़, मीठी, ज्यादा खट्टी और नमकीन पदार्थ, कच्चा दूध, कढ़ी, शहद और शक्कर का त्याग कर देना चाहिए। इस माह यह रोग पैदा करने वाली वस्तुएं होती हैं।

2. नशा : सावन के माह में किसी भी प्रकार का नशा नहीं करते हैं। जैसे, पान, सुपारी, तंबाकू, अल्कोहल या अन्य किसी प्रकार का नशा करना।

3.ब्रह्मचर्य : सावन के माह में यदि ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करते हैं तो पछताएंगे। ब्रह्मचर्य का पालन नहीं करते हैं तो निश्चित ही आप गंभीर रोग या किसी भी प्रकार के शोक से ग्रस्त हो सकते हैं।

4.शयन : सावन के माह में गद्देदार बिस्तर पर नहीं होना चाहिए। हो सके तो भूमि पर शयन करना चाहिए। सावन माह में सुबह देर से उठना और रात देर तक सोना भी नुकसानदायक माना गया है।

5. शरीर पर तेल लगाना : सावन माह में शरीर पर तेल लगाने की मनाही है।

6.स्नान : सावन माह में प्रतिदिन स्नान करना चाहिए। स्नान नहीं करने से शरीर जल्द ही रोगग्रस्त हो सकता है।

7.शिवपूजा : सावन माह में शिवपूजा में कोई गलती नहीं करना चाहिए। जैसे शिवलिंग पर हल्दी, कुमकुम, केतकी का फूल या तुलसी अर्पित करना। शिवलिंग के समक्ष ताली या शंख बजाना।

8.केश कर्तन : इस माह में दाढ़ी या सिर के बाल नहीं कटवाना चाहिए। नाखुन भी नहीं काटना चाहिए।